नेपाल व प्राकृतिक आपदाएं
पृथ्वी के उत्तरी क्षेत्र नेपाल से शुरू हुए
भूकम्प से नेपाल में बहुत भारी मात्रा में कम्पन आका गया हालाकि भूकम्प की चपेट
में आए चीन , भारत , पाकिस्तान आदि देश है पर इस प्राकृतिक
आपदा की शुरुवात नेपाल से हुई | जिस से यहा कई इमारते नष्ट हो गई |
जिसमे
की मुगल समय की मीनार मुगल राजाओ दुवारा बहुत मजबूती व कला संपन्न तरीके से बनवाई
गई थी |वह भी इस भूकम्प की शिकार हो गई | इस
देश में मीनार व मकान ही नही बल्कि 2000 हजार के लगभग लोग इस आपदा के शिकार हो गए
है | और सड़के व भूमि विनाश भी काफ़ी हुआ है | यहा भूकम्प की
तीव्रता 7.9 आकी गई यदि हम भारत की बात करे तो यहा भूकम्प की तीव्रता 6.6 आकी गई |
यहा
भी भूकम्प से काफी नुकसान हुआ है करीबन 200 लोग व कुछ इमारते ,मकान भी भूकम्प
के शिकार हो गए है | पाकिस्तान व बांग्लादेश में भी कुछ नुकसान आका
गया है | इन आपातकालीन दिनों में हमे भूकम्पीय राज्यों , देशो
की मदद करनी चाहिए | हमारे भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी
जी ने इन परस्थितियो से लड़ने के लिए लोगो को साहस व यह कहा कि यह प्राकृतिक आपदाएं
मनुष्यों के हाथों में नही है | जो भी होता है भगवान की मर्जी से होता
है | इसलिए हमे साहस से काम लेना चाहिए |हमने इस प्राकृतिक आपदा में कई लोग व
पर्वतारोही खो दिए है | मोदी जी व सभी भाजपा कार्यकर्ताओ ने भूकम्पीय क्षेत्रों
को मदद का आश्वासन दिया व नेपाल को आर्थिक साहयता व सभी प्रकार की साहयता का
आश्वासन दिया |
मै संजय सिंह सभी प्राकृतिक आपदा में मरे लोगो
को श्रध्दांजली अर्पित करता हूं और भगवान से उनकी आत्मा की शान्ति के
लिए बारम्बार प्रार्थना करता हूं |
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