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किसने इन्हे यह अधिकार दिया ??

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दाऊद की हामी के बाद मुंबई में टाइगर ने गुप्त बैठक की। इसमें दाऊद का भाई अनीस इब्राहिम भी शामिल हुआ। बैठक में पूरे मुंबई में बम प्लांट करने को लेकर योजना तैयार की गई। इसके लिए बड़े पैमाने पर विस्फोटक और हथियार की जरूरत थी। इसे मुहैया कराने के लिए दाऊद ने पाकिस्तानी की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को तैयार किया। दाऊद ने कस्टम के कुछ अधिकारियों की मदद से पाकिस्तान से समुद्र के रास्ते बड़े पैमाने पर आरडीएक्स, हैंड ग्रिनेड, एके 47 व 56 राइफलें मुंबई पहुंचाए। कहा जाता है कि आरडीएक्स की इतनी मात्रा थी कि यह पूरे मुंबई को तबाह कर सकता था। अब देखिये याकूब मेमन ने इस खुनी खेल में क्या क्या किया ? याकूब ने ही उन्नीस लडको को इसके लिए खोजा और तैयार किया ..... विस्फोटक कहाँ कहाँ रखने हैं उसके लिए उन सबको तैयार उसी ने किया ......इनकी फ्लाइट का टिकट याकूब ने अपने एक दोस्त की ट्रेवल एजेंसी से बुक करवाया। इस पूरी योजना लाखों रुपये खर्च होने थे। इसलिए मेमन परिवार के एचएसबीसी स्थित तीन खाते में दुबई से करीब 65 हजार डॉलर भेजे गए। इन तीनों खातों को याकूब ही ऑपरेट करता था। इन लडको को ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भे
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स्किल इंडिया का मिशन 'मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ के बाद नरेंद्र मोदी सरकार ने‘स्किल इंडिया’ मिशन की शुरुआत की है। इन तीनों योजनाओं को एक शृंखला की कड़ी माना गया है। यानी डिजिटल सेवाएं सुलभ होंगी तो आम लोग उनके उपयोग में कुशल होंगे और ऐसा हुआ तो मेक इन इंडिया का मकसद पूरा होगा। लोग डिजिटल सेवाओं के उपयोग में कुशल हों, इसके लिए उनमें तकनीकी कामकाज में कुशल होना चाहिए। यही स्किल इंडिया मिशन का मकसद है। इसकी शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस तरह चीन वैश्विक कारखाना बन गया है, वैसे ही भारत को दुनिया के ‘मानव संसाधन के केंद्र’ के रूप में उभरना चाहिए। उन्होंने इसे ‘गरीबी के खिलाफ अभियान’ बताया। कहा कि बदलते समय की जरूरतों के मुताबिक कौशल का प्रशिक्षण दे कर हमने अपनी युवा आबादी को निखारा तो भारत दुनिया को 4 से 5 करोड़ सक्षम कर्मी उपलब्ध करा सकता है। प्रधानमंत्री का उद्देश्य प्रशंसनीय है। इस दिशा में उन्होंने पहल की है, यह भी काबिल-ए-तारीफ है। उनके खास अंदाज के अनुरूप ही यह पहल भी बहुचर्चित ढंग से शुरू हुई। चूंकि मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया का आरंभ हुए अ

एक सुरक्षित देश में ही उसके निवासी और धार्मिक गतिविधिया सुरक्षित रह पाती है

लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी जी का प्रत्येक भाषण सिर्फ देश के विकास से सम्बंधित था और एक विकसित भारत में ही हिंदुत्व सुरक्षित रह सकता है । ढक्कन टाईप के घंटा प्रजाति के हिन्दुओ को अपने दिमाग के कपाट खोल कर इस बात को गहराई से समझना चाहिए ! एक सुरक्षित देश में ही उसके निवासी और धार्मिक गतिविधिया सुरक्षित रह पाती है वरना जिसके अंदर ज़्यादा कट्टरता उबाल मार रही है वो तथाकथित कट्टर एक बार कश्मीर , बंगाल तथा पूर्वोत्तर भारत में जाकर जमीनी हालात के दर्शन कर ले । सारी कट्टरता एक पल में कपड़े गीले करते हुए बाहर निकल जायेगी ! अजी ये हिन्दू शेर और लक्खडबग्घे बात बात पर अल्टीमेटम देते हैं कि राम मंदिर नहीं बना तो सरकार गिरा देंगे, 370 नही हटी तो अगली बार सरकार नहीं बनेगी । मै कहता हूँ झोपडीवालो अगर राम मंदिर, 370 वगैरह इतना ही प्रमुख मुद्दा होता तो देश के 70% राज्यों में इसी मुद्दों पर सरकारें बनती, और देश की सभी राजनीतिक पार्टियों का ये प्रमुख मुद्दा होता । रही बात कि अगर मोदी ने तुम्हारे  मुताबिक काम नहीं किया तो अगली बार मोदी को वोट नहीं दोगे, तो मत देना वोट । 2002 में तुमने यूपी में भाजप

आदरणीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की विदेश यात्रा

आदरणीय प्रधानमन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की विदेश यात्रा ने भारत ना जाने कितने विषय पर विदेश नीती पर मजबूत किया है और आर्थिक और वैश्विक स्तर पर एक अलग मक़ाम दिया है। नरेंद्र मोदी जी भी राजनीति में कोई नौसिखिए तो हैं नहीं! गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने देश के अन्य सभी राज्यों की तुलना में न जाने कितनी अधिक उपलब्धियाँ हासिल की हैं। विदेश यात्राओ से हुई कुछ उपलब्धियां इस प्रकार हैं – 1. भाजपा की सरकार ने सऊदी अरब को इस बात के लिये राज़ी किया कि वे क्रूड ऑइल पर “ऑन-टाइम डिलीवरी प्रीमियम चार्ज” न लें – युवा पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और सुषमा स्वराज ने डील साइन की। इससे देश को हज़ारों करोड़ रुपयों का लाभ हुआ। 2. भूटान में भारत 4 हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर स्टेशन + बाँध के निर्माण करेगा (इन प्रोजेक्ट से भविष्य में होने वाले उत्पादन का बड़ा हिस्सा भारत के हिस्से में आएगा) 3. नेपाल में अबतक के सबसे बड़े बाँध का निर्माण भारत करेगा (चीन इस कार्य को प्राप्त करने के लिये अत्यधिक प्रयास कर रहा था)। भविष्य में उस हाइड्रो पावर स्टेशन से उत्पादित ग्रीन एनर्जी का 83% भाग

नेपाल व प्राकृतिक आपदाएं

पृथ्वी के उत्तरी क्षेत्र नेपाल से शुरू हुए भूकम्प से नेपाल में बहुत भारी मात्रा में कम्पन आका गया हालाकि भूकम्प की चपेट में आए चीन , भारत , पाकिस्तान आदि देश है पर इस प्राकृतिक आपदा की शुरुवात नेपाल से हुई | जिस से यहा कई इमारते नष्ट हो गई | जिसमे की मुगल समय की मीनार मुगल राजाओ दुवारा बहुत मजबूती व कला संपन्न तरीके से बनवाई गई थी | वह भी इस भूकम्प की शिकार हो गई | इस देश में मीनार व मकान ही नही बल्कि 2000 हजार के लगभग लोग इस आपदा के शिकार हो गए है | और सड़के व भूमि विनाश भी काफ़ी हुआ है | यहा भूकम्प की तीव्रता 7.9 आकी गई यदि हम भारत की बात करे तो यहा भूकम्प की तीव्रता 6.6 आकी गई | यहा भी भूकम्प से काफी नुकसान हुआ है करीबन 200 लोग व कुछ इमारते , मकान भी भूकम्प के शिकार हो गए है | पाकिस्तान व बांग्लादेश में भी कुछ नुकसान आका गया है | इन आपातकालीन दिनों में हमे भूकम्पीय राज्यों , देशो की मदद करनी चाहिए | हमारे भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने इन परस्थितियो से लड़ने के लिए लोगो को साहस व यह कहा कि यह प्राकृतिक आपदाएं मनुष्यों के हाथों में नही है | जो भी होता है भगवान

उत्तर प्रदेश और भ्रष्टाचार

उत्तरप्रदेश राज्य को सुधरने व सुविधा उपलब्ध करने की जिम्मेदारी यहा की सपा सरकार को है |जैसे की सपा दुवारा प्रदेश में ऊ० प्र० पुलिस की भर्ती की जिम्मेदारी थी पर उनके दुवारा यह पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार पूर्वक निभाई गई | यह सरकार यहा के युवाओ को एक साहस देने के वजाह उन्हें अंधेरे की तरफ ले जा रही है जैसे की ऊ० प्र० पुलिस की भर्ती में इस सरकार दुवारा पूर्ण रूप से रिश्वत से ही कार्य किया गया है |     इस भर्ती में शामिल युवाओ का कहना की इस भ्रष्ट सरकार दुवारा कराई गई भर्ती में केवल अपने नजदीकी जिलों से 31000 हजार युवाओ को चयनित किया तथा उत्तर प्रदेश के सम्पूर्ण जिलों से केवल 7000 हजार युवाओ को ही चयनित किया गया जिसमे की युवाओ के अंक मेरिट लिस्ट के अनुसार ज्यादा है फिर भी उन्हें भर्ती प्रकोप से बहार कर दिया गया |   जिस से युवा काफी नाराज व आक्रोश में है उन्हों की मांग है कि यह भ्रष्ट सरकार हटाई जाए युवाओ को साहस व सहमती दिलाते हुए कई भाजपा विधायको ने उन्हें सभाला और हक दिलाने की मांग की व इस भर्ती को रद्द कराकर  शान्ति पूर्वक तथा ईमानदारी के साथ दूसरी भर्ती की अपील की | http:/

जेवर उच्च शिक्षा

जेवर विधान सभा में उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाले युवाओ की कमी नही है | पर जेवर विधान सभा में महाविध्यालय न होने के कारण कुछ युवा हाई स्कूल तथा इंटर तक ही शिक्षा ग्रहण कर पते है और कुछ युवा जेवर से दूर स्थित नॉएडा या खुर्जा जाते है जो की उनके क्षैत्र से तकरीबन 40km की दूरी पर स्थित है जिस से युवाओ को परिवहन संसाधान  तथा समय की बहुत हानि उठानी पडती है यहा छात्रों का शिक्षा की तरफ आभाव होना बहुत ही कम है | क्योकि उनके माता पिता 40km की दूरी पर अकेला नही जाने दे पते है | यह समस्याए जेवर विधान सभा में महाविध्यालय स्थित न होने के कारण है | यहा के युवाओ को इन समस्याओ पर उ० प्र० सरकार तथा उच्च शिक्षण अथोर्टी का ध्यान नही है | इन सभी असुविधाओ से युवाओ का भविष्य बहुत उज्वल नही हो पा रहा है |  अगर हम जेवर में देखे तो ऐसे बहुत सरे युवा है जिन्होंने उच्च शिक्षा ग्रहण कर भारत वर्ष तथा विदेशो में नाम कमाया है | यह इस बात का प्रमाण है कि अगर इन युवाओ को भी कुछ कर दिखने का अवसर मिले तो ये भी किसी से कम नही है |युवाओ को इस शिक्षा आपूर्ति के तथा क्षैत्र में महाविध्यालय न होने के मुद्दे पर संजय स